वाह भाई साहब....इस बार आप ने लाजवाब प्रश्न उठाया है.... अब आपसे क्या छुपाएं ....मुझे भी गुड खाए लगभग साल भर हो गए हैं......
चलिए आज आपने इस मुद्दे को उठा के समाज को फिर से एक नई चेतना जहा दी हे......और आज हमें आप की इस सवाल का इल्म रहेगा और आपका गुड आज रात्री के हमारे भोजन में अवश्य शामिल होगा......
आपका कोटि-कोटि धन्यवाद कि आप समाज को गुड के महत्व को याद दिलायें...
आपको हैरानी होगी की मेरे घर में हमेशा गुड़ रहता है...... अक्सर खाती भी हूँ..... मुझे लगता है की इसकी मिठास की बराबरी नहीं है..... कनाडा आई तो एक इंडियन स्टोर में गुड़ की भेलियाँ देखकर बहुत ख़ुशी हुई थी...... आम जीवन से लिया एक बेहतरीन प्रश्न.... कमाल
8 टिप्पणियां:
wah kya baat kahi hai janab
aur gud ka mjaa to ...gulab jamun me bhi nahi hai..
sunder
गुरु अंतिम बार तुम्हीं ने खिलाया था...शायद जेपी सर के घर से आया था।
गुड़ की याद ने रोम रोम में मिठास भर दी...।
kya kahbe dear, bahoot khoob. jiyo raja.
लगभग 8 महिने हो गए गुड खाए हुए।
वाह भाई साहब....इस बार आप ने लाजवाब प्रश्न उठाया है....
अब आपसे क्या छुपाएं ....मुझे भी गुड खाए लगभग साल भर हो गए हैं......
चलिए आज आपने इस मुद्दे को उठा के समाज को फिर से एक नई चेतना जहा दी हे......और आज हमें आप की इस सवाल का इल्म रहेगा और आपका गुड आज रात्री के हमारे भोजन में अवश्य शामिल होगा......
आपका कोटि-कोटि धन्यवाद कि आप समाज को गुड के महत्व को याद दिलायें...
iss kadwahat ke daur mein hum mithaas se kafi duur aa gaye hain...
bachpan mein gud ki patti khayee thi...yaad aa gaya..
अपन तो प्रायः खाते हैं. लाई-चना और गुड़ की भेली ही तो अपना नाश्ता है.
आपको हैरानी होगी की मेरे घर में हमेशा गुड़ रहता है...... अक्सर खाती भी हूँ.....
मुझे लगता है की इसकी मिठास की बराबरी नहीं है..... कनाडा आई तो एक इंडियन स्टोर में
गुड़ की भेलियाँ देखकर बहुत ख़ुशी हुई थी...... आम जीवन से लिया एक बेहतरीन प्रश्न.... कमाल
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