शुक्रवार, 23 सितंबर 2022

विचार मंथन

कई वर्षों के अंतराल के बाद विचार है की अपना विचार साक्षा करूँ।समय बदलते समय नहीं लगता।समय बदला लोग बदले विचार धराए बदली राजनीत बदली राजनेता बदल गए।हम आप वही रह गए।क्योंकि विचार नहीं मिलते। आगे भी लिखता रहूँगा 

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